नई दिल्ली: ‘सुधार वर्ष 2025’ की घोषणा के बाद भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय (MoD) ने डिफेंस एक्विजिशन प्रोसीजर (DAP) 2020 की एक समग्र और व्यापक समीक्षा शुरू कर दी है। इसका उद्देश्य मौजूदा सरकारी नीतियों और पहल के साथ समन्वय स्थापित करना और रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी, प्रभावी और आत्मनिर्भर बनाना है।
समीक्षा समिति का गठन
इस दिशा में रक्षा मंत्रालय ने डाइरेक्टर जनरल (Acquisition) की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। इस समिति में रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, रक्षा उद्योग के प्रतिनिधि, और प्रतिष्ठित शिक्षाविद शामिल हैं। इसके साथ ही, पूर्व IAS अधिकारी श्री अपूर्व चंद्रा (1980 बैच), जो पहले DG (Acquisition) के पद पर कार्यरत रह चुके हैं, को समिति का प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया गया है।
समीक्षा के प्रमुख उद्देश्य
रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया की इस समीक्षा का मुख्य उद्देश्य देश की सशस्त्र सेनाओं की आधुनिक आवश्यकताओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करना और राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करना है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा:
- आत्मनिर्भरता (Aatmanirbharta): स्वदेशी रूप से विकसित तकनीकों और डिजाइनों को प्राथमिकता देकर रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना।
- मेक इन इंडिया (Make in India): रक्षा निर्माण को देश में ही प्रोत्साहित करना, जिसमें निजी क्षेत्र की भूमिका, संयुक्त उपक्रम (Joint Ventures), ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (ToT), और विदेशी OEMs के साथ सहयोग शामिल हैं।
- डिज़ाइन और इनोवेशन: स्टार्टअप्स, नवाचारकर्ताओं और निजी रक्षा उद्योग को प्रोत्साहित कर स्वदेशी टेक्नोलॉजी इन्फ्यूजन को बढ़ावा देना।
समिति ने निम्नलिखित विषयों पर विशेष रूप से सुझाव आमंत्रित किए हैं:
- नीतिगत/प्रक्रियात्मक सुधार: कैटेगरीकरण, ट्रायल प्रक्रिया, पोस्ट-कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट, फास्ट ट्रैक प्रोसिजर, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी नई तकनीकों को अपनाने में सरलता।
- भाषा और स्पष्टता: दस्तावेज़ की भाषा को सरल, स्पष्ट और सुसंगत बनाना ताकि अस्पष्टता समाप्त हो।
- अन्य सुझाव: रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी सुझाव आमंत्रित किए गए हैं।
भारत सरकार का यह कदम रक्षा क्षेत्र में न केवल पारदर्शिता और गति लाने वाला है, बल्कि यह देश को वैश्विक रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास भी है। DAP 2020 की यह समीक्षा आने वाले वर्षों में सशस्त्र सेनाओं की जरूरतों को बेहतर तरीके से पूरा करने, स्वदेशी उद्योग को प्रोत्साहन देने और राष्ट्रीय सुरक्षा को और मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगी।